दोस्तो कहानी की इस नई Series में हम लेकर आए हैं आपके लिए एक और नई कहानी। आज की इस कहानी का नाम है – ” खरगोश का मातम “। यह एक funny story है। अगर आप भी मजेदार कहानियां पढ़ने के शौकीन हैं तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।
Funny Story in Hindi | मजेदार कहानी | Stories For Kid| Moral Story in Hindi
खरगोश का मातम
एक दिन लोमड़ी अपने स्थान पर बैठकर सिगरेट का धुआं निकाल रहीथी। तभी एक छोटा सा खरगोश वहां से गुजरा। उसने देखा कि लोमड़ी सिगरेट का सेवन कर रही है।
उसने कहा – लोमड़ी, लोमड़ी तुम यह कैसा घटिया सेवन कर रही हो ? तुम जानती तो हो ना कि सिगरेट सेहत के लिए कितना हानिकारक है। इससे तुम्हारे फेफड़ों में धुआं भर जाएगा और तुम्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगेगी।
देखो मौसम कितना सुहावना है ! हवा भी कितनी ताजा चल रही है। आओ मेरे साथ दौड़ो।
लोमड़ी खरगोश की बात को सुनकर थोड़ी देर सोचती है और फिर खरगोश के साथ दौड़ने के लिए निकल जाती है। वे दोनों दौड़ते – दौड़ते आगे बढ़ते हैं।
वहां पर उन्होंने देखा कि हाथी हेरोइन चूसते हुए बैठने जा रहा है। खरगोश उसके पास गया और उससे बोला – हाथी, हाथी तुम ड्रग्स क्यों ले रहे हो ?
तुम्हें पता तो है ना ड्रक्स लेना कितना हानिकारक होता है। इससे तुम अपनी अंदर की ताकत खो सकते हो। देखो मौसम कितना सुहावना है ! हवा भी ताजा-ताजा चल रही है। आओ हमारे साथ दौड़ो।
Funny Story in Hindi | मजेदार कहानी | Stories For Kid| Moral Story in Hindi
खरगोश की यह बात सुनकर हाथी को समझ आया कि यह सब बेकार है और वह भी खरगोश के साथ दौड़ने निकल पड़ा। आगे चलकर उन्होंने देखा कि शेर अपनी आस्तीन पर बैठकर हेरोइन का इंजेक्शन लगाने वाला था।
खरगोश ने तुरंत उसके पास जाकर उसे रोका और कहा – शेर, शेर ड्रेस लेना आपकी सेहत के लिए बहुत ही बुरा है। देखो हवा कितना ताजा चल रही है। आओ तुम भी हमारे साथ दौड़ने चलो।
खरगोश ने देखा कि शेर ने सिरिंज को नीचे रखा और उसकी तरफ भागा और खरगोश को मार डाला। ऐसा देखकर हाथी ने शेर से तुरंत कहा – तुमने खरगोश को क्यों मार डाला ? वह नहीं चाहता है कि हम अपने शरीर को चोट पहुंचाए।
शेर ने कहा – क्योंकि खरगोश ने तो पहले से ही परम आनंद प्राप्त कर लिया है। मुझे हर दिन उसके साथ नहीं दौड़ना है क्योंकि मैं इसे मारने के लिए न जाने कितना भागा हूं ?
शेर की यह बात लोमड़ी और हाथी को अच्छी नहीं लगी और वे दोनों निस्वार्थ खरगोश को लेकर काफी ज्यादा दुखी थे।