खूनी खेल | Khooni Khel | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi

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हेलो दोस्तो ! कहानी की इस नई Series में आप सभी का स्वागत है। आज की इस कहानी का नाम है – खूनी खेल। यह एक Horror Kahani है। तो अगर आपको भी Daravani Kahaniya, Bhutiya Kahani या Horror Stories in Hindi पढ़ने का शौक है तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।
खूनी खेल | Khooni Khel | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi

Khooni Khel| Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi

 खूनी खेल 

सलोनी रोज़ की तरह अपने काम में लगी थी। बर्तन साफ करके लैपटॉप खोलके पढ़ाई कर ही रही थी कि उसकी बहन सोनिया का उसे फ़ोन आ गया। 
सोनिया,” कैसी है तू ? “
सलोनी,” बस दीदी एकदम बढ़िया, बस पढ़ने ही बैठी थी। अभी लास्ट एग्जाम है परसों, उसके बाद डॉक्टर बन जाऊंगी। “
सोनिया,” वाह ! क्या बात है ? हमारे घर की पहली डॉक्टर होगी तू। “
सलोनी ,” हाँ दीदी, आपने इतनी हिम्मत दी तभी तो हो पाया वरना माँ पापा तो मना ही कर रहे थे। “
दोनों बात कर ही रही थीं कि अचानक सलोनी के लैपटॉप पर एक विडिओ कॉल आने लगी। 
अचानक तेज़ आवाज़ से वो डर गई। मगर जब उसने देखा तो वो उसके बॉयफ्रेंड अनिल की कॉल थी। 
सालोनी,” ठीक है दीदी, चलो मैं कल कॉल करती हूँ आराम से। “
सोनिया,” ठीक है। “
सलोनी ने अनिल से विडिओ कॉल पे बात करना शुरू कर दिया। 
सलोनी,” कहां हो तुम एक हफ्ते से ? ना फ़ोन का जवाब दिया ना मैसेज। “
अनिल,” थोड़ा बीज़ी था। काम काफी था और घर वाले भी आये हुए है तो वक्त ही नहीं मिला। “
अनिल कुछ सहमा सहमा सा लग रहा था मगर कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ हुआ क्या है ? 
सालोनी,” तुम इतने डरे डरे क्यों लग रहे हो ? “
अनिल ,” कुछ नहीं, थकान बहुत हो गयी है। “
सलोनी ,” अच्छा…। “
अचानक सलोनी देखती है कि के कमरे में लगे हुए पर्दे हिल रहे हैं। वो ये देख थोड़ा सहम जाती है। 
सालोनी,” अनिल, तुम्हारे कमरे में कोई और भी है क्या ? “
अनिल पसीना पोछने लगता है। 
अनिल,” नहीं तो क्यों ? “
सालोनी,” वो तुम्हारा पर्दा हिल रहा है। “
अनिल,” हो सकता है, हवा से हिल रहा हो ? “
अचानक सलोनी के लैपटॉप पे अनिल का ही एक मैसेज आता है। 
सालोनी,” ये तुमने क्या भेजा है मुझे ? “
अनिल,” खोलके देखो। “
सलोनी वो मैसेज खोलती है। उसमें एक पहेली को खरीदने का लिंक था। 
सलोनी,” ये कैसी पहेली है ? “
अनिल,” इसको ऑनलाइन खरीदो, कल तक आजायेगा। इसमें 10 पीस होंगे, उन्हें जोड़कर एक तस्वीर बनेगी। वो तस्वीर मेरा गिफ्ट है तुम्हारे बर्थडे के लिए। “
सालोनी,” काफी अजीब है ये। “
अचानक अनिल की वीडियो अटक जाती है। सलोनी समझ नहीं पाती। 
सालोनी,” अनिल, तुम कहाँ गए ? लगता है… इन्टरनेट इश्यू है ? “
अचानक से अनिल विडयो से गायब हो जाता है और उसके परदे से खून टपकने लगता है। ये देखकर सलोनी बेहद डर जाती है और लैपटॉप बंद करके सोने चली जाती है। 
रात के तकरीबन 3:00 बजे थे। सलोनी अपने कमरे में सो रही थी अचानक उसके घर की घंटी बजती है। वो डरती है और टाइम देखती है।
सालोनी,” 3 बजे कौन आया होगा ? “
वो डरी सहमी दरवाजा खोलती है लेकिन वहाँ कोई नहीं था। वो नीचे देखती है जहाँ पर एक पार्सल रखा हुआ था जिसके ऊपर लिखा था – आखिरी पहेली। 

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वह तुरंत समझ जाती है कि यह वही पहेलियाँ है। मगर इतनी रात में कौन देने आया होगा क्योंकि ठीक 11 बजे ही तो उसने ऑर्डर किया था ? 
वो पार्सल को खोलती है। उसमें 10 हिस्से होते हैं। वो सारे हिस्सों को जोड़ने लगती है। और जो वो देखती है उससे उसकी धड़कन बंद हो जाती है। 
उसकी आंखें ये देख भरोसा नहीं कर पातीं कि जो वो देख रही है वो सच है या फिर सपना। 
पहेली का एक हिस्सा बचा था, मगर जो नौ हिस्सा उसने जोड़े थे, उसमें उसी की तस्वीर थी और उस तस्वीर में वो यही पहेली बैठ के सॉल्व कर रही थी और पीछे घड़ी में 3:30 बजे हुए थे।
वो तुरंत मुड़कर देखती है। उसकी घड़ी में भी 3:30 ही बजे हुए थे। 
सलोनी,” ये कैसे हो सकता है ? “
अचानक उसका लैपटॉप बज उठा। वो डर गई। उसने स्क्रीन पे देखा कि अनिल की विडिओ कॉल आ रही थी। 
उसको समझ नहीं आ रहा था। उसने कॉल पिक की। उसमें अनिल दूसरी तरफ मुँह करके बैठा हुआ था। 
सलोनी,” अनिल, ये कैसा मजाक है और इस पहेली का क्या मतलब है ? “
अनिल,” मुझे माफ़ कर देना सलोनी, मुझे ये करना पड़ा। “
सलोनी,” क्या करना पड़ा ? “
अनिल,” ये सब उसने कराया मुझसे, उसके साथ भी यही हुआ था। उसके किसी अपने ने उसे धोखा दिया। था। “
सलोनी,” ये कैसी बातें कर रहे हो तुम ? कौन है वो ? “
अनिल,” उससे बचने का एक ही तरीका है। किसी अपने को वही पहेली भेजनी होती है और वो उसके पास चली जाती है। मगर मुझसे बहुत देर हो गयी है, सलोनी। “
सलोनी इससे पहले कि कुछ समझ पाती, अनिल ने बिना अपना शरीर घुमाए अपना सिर सामने किया। उसकी आँखों से खून निकल रहा था। 
उसके माथे पर एक चाकू धंसा हुआ था। उसने अपना हाथ उठा के राइट हैंड की तरफ इशारा किया और उसकी गर्दन उसके धड़ से नीचे गिर गयी। 
उसने जिस तरफ इशारा किया था, सलोनी ने उसी तरफ अपनी कमरे में देखा। 
इस बार सलोनी का पर्दा जोर जोर से हिल रहा था। उसके कमरे की लाइट्स अपने आप बंद हो गयी। वो डर के मारे थर थर कांपने लगी। 
उसने लाइट जलाने के लिए अपना हाथ स्विच की तरफ बढ़ाया। मगर जैसे ही उसने स्विच पर हाथ रखा, उसके हाथ के ऊपर एक भयानक हाथ अपने आप आ गया। 
उसने दूसरी तरफ देखा। वो वहीं खड़ी थी। बिल्कुल सफेद कपड़ों में चुड़ैल जिसकी आँखों पर पट्टी बंधी हुई थी और उसकी पट्टी से खून बह रहा था।
उसके सफेद कपड़ों पर खून की छीटें थी। उसने हाथ में एक लालटेन पकड़ रखी थी। वो अचानक गायब हो गई। 
सलोनी के मुँह से चीख तक नहीं निकली। वो भागकर घर से बाहर निकलने की कोशिश करने लगी। मगर दरवाजा बंद हो गया। 
उसको जोर ज़ोर से चीखें सुनाई देने लगी। 
डरावनी आवाज,” पहेली पूरी कर… पहेली पूरी कर। “
सलोनी को लगा जैसे कोई उसकी टांग खींचकर उसको उसके कमरे की तरफ ले जा रहा है। वह अपने कमरे में अब उस पहेली के सामने थी और आखिरी हिस्सा भी वही पड़ा था। 
उसने वह हिस्सा पहेली में लगाया तो उसके होश उड़ गए। वहीं पर चुड़ैल पहेली में उसके पीछे खड़ी थी। उसने पीछे मुड़कर देखा। 
चुड़ैल के हाथों में वही चाकू था जोकि अनिल के माथे में धंसा हुआ था। वो रात के अंधेरे में भी ऐसे चमक रहा था मानो कमरे में कितनी रौशनी हो। 
सलोनी बचकर वहाँ से भागने लगी। उसने बाथरूम में जाकर दरवाजा बंद कर दिया।
पानी पीने के लिए उसने बाथरूम की टोंटी खोली। मगर उससे खून बाहर निकला। उसने शीशे में देखा। 
उसके चेहरे पर चोट के निशान थे। वो ध्यान से देखने लगी। उसने देखा अचानक शीशे में वही चुड़ैल उसके पीछे खड़ी है। 
उसने शीशे में खूब ज़ोर से शीशे में हाथ मारा। शीशे का कांच उसके हाथ में चुभ गया और खून निकलने लगा। उसमें मुड़ के देखा वहाँ कोई नहीं था। 
अचानक बाथरूम का दरवाजा खूब ज़ोर ज़ोर से बजने लगा। सलोनी ने अपनी जेब में देखा, उसका फ़ोन उसके पास था। उसने कुछ सोचा और अपनी बहन सोनिया को फ़ोन लगा दिया। 
सोनिया,” सलोनी, इतनी रात में… क्या हुआ बहन ? “
सलोनी ने कुछ बोलने से पहले ही उस पहेली का लिंक अपनी बहन को मैसेज कर दिया। 
सोनिया,” ये क्या भेज रही है तू मुझे ? कैसा लिंक है ये ? “
सलोनी,” मुझे माफ़ कर देना बहन… मुझे माफ़ कर देना। “
इतने में पीछे खड़ी चुड़ैल ने सलोनी के माथे में वह तेज चाकू धंसा दिया और उसकी मौत हो गई। 

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कहना है कि वो पहेली आज भी इसी तरह घूम रहे है। वो औरत कौन है, ये किसी को नहीं पता ? 
अगर आपके पास भी रात में कोई पहेली का लिंक आये तो उसे मत खोलना वरना आपका भी हश्र अनिल और सलोनी जैसा हो सकता है।

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