हेलो दोस्तो ! कहानी की इस नई Series में आप सभी का स्वागत है। आज की इस कहानी का नाम है – “ बेशर्म बहू ” यह एक Saas Bahu Ki Kahani है। अगर आपको Hindi Kahani, Saas Bahu Story या Bedtime Stories पढ़ने का शौक है तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।
Besharm Bahu | Saas Bahu | Moral Stories | Saas Bahu Ki Kahani | Bed Time Story | Hindi Stories
बेशर्म बहू
गौतम की शादी रश्मि के साथ हुई थी। आज उनकी फर्स्ट नाइट थी।
फूलों से सजे बिस्तर पर बैठी रश्मि बहुत ही खूबसूरत लग रही थी। गौतम उसके पास गया और बिस्तर पर बैठ गया।
उसने रश्मि के हाथों को अपने हाथों में थाम लिया। गौतम ने जैसे ही यह किया, रश्मि ने अपना हाथ खींच लिया।
गौतम ने फिर से उसका हाथ पकड़ा और उसे गले से लगाने की कोशिश की तो रश्मि अपना सिर नीचे झुकाकर बैठ गई।
गौतम,” ओ हो ! शर्मा गईं। लेकिन तुम्हारी इस अदा ने मुझे और भी दीवाना बना दिया, रश्मि। चलो अब शर्माना छोड़ो और मेरी बाहों में आ जाओ और भूल जाओ सब कुछ। “
रश्मि,” जी वो…। “
गौतम,” अरे ! क्या हुआ ? खुलकर बोलो जो बोलना है। “
गौतम के अनुरोध पर रश्मि ने जो कहा वो उसे बहुत अटपटा लगा।
गौतम,” ये कैसी मन्नत मांगी है तुमने ? सुहागरात का इंतजार तो सबको होता है। “
रश्मि,” जी, होता तो है। लेकिन मैंने शादी के पहले ही आपकी लंबी उम्र और हम दोनों का प्रेम खूब बढ़े, इसके लिए ये मन्नत मांगी थी।
मन्नत मांगते वक्त ये क था कि शादी के एक महीने बाद ही मैं अपने पति के साथ खुलकर प्रेम करूँगी। एक महीने तक हम रहेंगे तो इसी कमरे में लेकिन एक दूसरे को स्पर्श नहीं करेंगे। “
गौतम,” चलो अब तुमने मन्नत मांगी है और वो भी मेरी लंबी उम्र और आपस के प्रेम के लिए तो मैं तुम्हारी बात का मान रखूँगा। “
दोनों की शादी को तीन दिन हो गए थे। गौतम कैलेंडर में दिन ही गिन रहा था।
एक सुबह जब गौतम शेविंग कर रहा था, तभी दरवाजे पर दस्तक हुई।
गौतम,” रश्मि… रश्मि दूध वाला होगा, ज़रा दूध ले लो। “
रश्मि ने दरवाजा खोला। दरवाजे पर दूध वाला ही था। रश्मि ने दूध का बर्तन दूध वाले के आगे इस तरह रखा कि उसका हाथ दूध वाले के हाथ से सट गया।
दूध वाले ने अपना हाथ हटाना चाहा तो रश्मि ने जानबूझकर उसके हाथ से अपना हाथ रगड़ना शुरू कर दिया।
है।
दूधवाला (मन में),” अरे मालकिन ! ये क्या कर रही है ? तीन दिन पहले ही तो इनकी शादी हुई है। “
रश्मि,” क्या हुआ भैया ? क्या सोचने लगे ? “
दूधवाला,” कुछ नहीं मालकिन। “
ये कहकर वो हड़बड़ाकर वहाँ से जाने लगा तो रश्मि ने उसे देखकर अपनी एक आंख दबा दी।
रश्मि की इस हरकत से उसे ज़ोर का झटका लगा और वो पूरे रास्ते यही सोचता गया कि गौतम जी की शादी गलत लड़की से हो गयी है।
बताओ… दो दिन हुए शादी को और वो पराये मर्द को ना सिर्फ छू रही हैं बल्कि आंख भी मार रही है। छी छी ! घोर कलियुग आ गया है। “
एक दिन जब गौतम ऑफिस गया हुआ था तो कपड़े लेने के लिए धोबी उनके घर आया।
धोबी,” मालकिन, आपने कपड़े निकालकर रखे है ना ? “
कपड़े निकालकर रश्मि ने ये बात इस अंदाज में कही कि धोबी रमनलाल झेंप गया। धोबी जब कपड़े लेकर जाने लगा तो रश्मि ने उसे देखकर भी आंख मार दी।
रमनलाल के जहन में भी वही सब चलने लगा जो दूध वाले, पंकज के ज़हन में चल रहा था।
रश्मि का ये बर्ताव धीरे धीरे मोहल्ले वालों के बीच चर्चा का विषय बन गया था। एक दिन जब गौतम ऑफिस से घर लौटा तो सोसाइटी के गेट पर खड़े गार्ड ने उससे कहा।
गार्ड,” राम राम साहब ! “
गौतम,” राम राम भाई, राम राम जी। “
गार्ड,” साहब, वो मुझे आपसे कुछ कहना था। “
गौतम,” तुम्हें फिर से पैसा चाहिए ? “
गार्ड,” अरे ! नहीं साहब, कुछ और बात है। “
उसके बाद गार्ड ने गौतम से जो कहा उसे सुनकर गौतम का पारा सातवें आसमान पर पहुँच गया।
गौतम,” तुम पागल तो नहीं हो गये या होश खो दिए अपने ? तुम्हें पता भी है, तुम मेरी पत्नी के बारे में क्या कह रहे हो ? “
गार्ड,” साहब मैं झूठ नहीं बोल रहा हूँ। आप जब ऑफिस चले जाते हैं तो मेमसाहब हर दिन मुझे बुलाती है। कभी मेरा हाथ पकड़ती है और कभी आंख मारती है। “
गौतम,” देखो, तुम बर्दाश्त की सीमा मत लांघो नहीं तो तुम्हारी शिकायत में सोसाइटी में कर दूंगा। तुम्हारी नौकरी चली जाएगी। “
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यह कहकर गौतम वहाँ से निकल गया। लेकिन कुछ दिनों बाद जब दूध वाले और धोबी ने यही बात गौतम से कही तो वह सोचने पर मजबूर हो गया।
गौतम (मन में),” ये सब लोग रश्मि के बारे में ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं ? मुझे तो कहा कि उसने मन्नत मांगी है।
मुझे छूने तक से मना कर दिया और गैर मर्दों को वो आंखे मार रही है। मेरी गैरहाजिरी में उन्हें घर बुला रही है। नहीं नहीं, ऐसा नहीं हो सकता है।
लोग झूठ बोल रहे हैं। लेकिन सभी लोग झूट क्यों बोलेंगे ? क्या करूँ मैं..? रश्मि से बात करू क्या ? नहीं नहीं, उसे बुरा लग गया तो ? “
गौतम रश्मि से प्यार करता था इसलिए उसने लोगों की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया। लेकिन एक बात जो उसने महसूस की वो ये थी कि रश्मि किसी से घंटों फ़ोन पर बातें करती रहती है।
एक बार जब उसने उससे पूछा कि वो किससे बातें कर रही थी तो उसने कहा – यहाँ पर फ़ोन पर बात करने में भी कोई पाबंदी है क्या ? “
गौतम,” पाबंदी… नहीं तो कोई पाबंदी नहीं। “
रश्मि,” मैं अपनी दोस्त से बातें कर रही हूँ। शर्मीला नाम है उसका। हम बेस्ट फ्रेंड है। लेकिन मेरी शादी हो गई यहाँ दिल्ली में और वो शादी करके दुबई चली गई।
अब हमारा मिलना जुलना ज्यादा संभव तो है नहीं, इसलिए हम फ़ोन पर ही बातें करते हैं। आपको यकीन नहीं हो रहा है तो ये लीजिये फ़ोन और मेरी दोस्त से बात करिए। “
ये कहकर रश्मि ने मोबाइल गौतम की ओर बढ़ा दिया। गौतम ने अपना सिर झुकाकर रश्मि की बात मान ली। वो मन ही मन बहुत दुखी भी हुआ कि उसने अपनी पत्नी पर शक किया।
गौतम,” क्या हो गया है मुझे ? मैं अपनी पत्नी पर शक कर रहा हूँ ? उस पत्नी पर जिस बेचारी ने मेरी लंबी उम्र के लिए मन्नत मांगी हैं।
मैं बहुत ही बुरा आदमी हूँ यार, बहुत बुरा। वो बेचारी अपना सबकुछ छोड़कर मेरे पास आई है और मैं उसके साथ ऐसा बर्ताव कर रहा हूँ, शक कर रहा हूँ उस पर। “
उसने अपनी पत्नी से माफी मांगी। एक रात की बात है। गौतम गहरी नींद में था तभी रश्मि बिस्तर से उठी और दूसरे कमरे में जाकर फ़ोन पर बातें करने लगी।
रश्मि,” निरंजन, मैं अपनी हरकतों से पूरी कोशिश कर रही हूँ कि मेरा पति गौतम मुझे छोड़ दे। लेकिन वो तो जोंक की तरह चिपक गया है मुझसे।
देखो निरंजन, मैं तुम्हारे बिना जी नहीं सकती। कोई उपाय करो और मुझे इस नरक से निकालो। मुझे नहीं रहना है गौतम के साथ, एक दिन भी नहीं, एक पल भी नहीं। “
रश्मि को ये बात पता नहीं थी कि उस दिन उसकी सारी बातें गौतम ने सुन ली है। जब वो अपनी बात खत्म करके बिस्तर पर पहुंचीं तो गौतम जगा हुआ था।
रश्मि,” अरे, आप सोये नहीं ? “
गौतम,” सो ही तो रहा था मैं आज तक, तभी तो मुझे कुछ पता नहीं चल रहा था। “
रश्मि,” ये आप क्या कह रहे है ? क्या पता नहीं चल रहा था ? “
गौतम,” यही कि मैं तुमसे जोंक की तरह चिपक गया हूँ। तुम यहाँ नरक में रह रही हो। “
रश्मि,” ये… ये सब आप क्या कह रहे हैं, मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा है ?
गौतम,” रश्मि, अब तो सच बोल दो। ये निरंजन कौन है जिससे तुम आधीरात को बातें कर रही थी ? सच सच बोल दो रश्मि, मैं तुम्हें कुछ नहीं कहूंगा। “
गौतम की बात सुनकर रश्मि रोने लगी और रोते रोते उसने गौतम से कहा।
रश्मि,” निरंजन और मैं साथ ही पढ़ते थे। हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे और शादी भी करना चाहते थे। लेकिन…। “
गौतम,” लेकिन क्या ? “
रश्मि,” मैंने ये बात अपने पैरेन्ट्स को बताई तो वो उखड़ गए और बिरादरी के बाहर शादी करने से साफ साफ मना कर दिया। “
रश्मि और निरंजन के प्रेम के बारे में जानकर रश्मि को उसके माँ बाप ने घर में ही नजरबंद कर दिया और अपनी बिरादरी में लड़का देखने लगे। फिर जबरदस्ती उसकी शादी गौतम से करा दी गई।
रश्मि,” शादी के बाद सुहागरात को मैंने तुमसे झूठ बोला था कि मैंने कोई मन्नत मांगी हैं। मैं चाहती थी की तुम मुझसे दूर रहो।
यही नहीं, मैं ये भी चाहती थी कि तुम मुझे घर से निकाल दो। इसलिए मैं दूध वाले, धोबी और वॉचमैन के साथ वैसी हरकतें करने लगी। “
गौतम,” रश्मि, तुम्हें मुझे पहले ही ये सच्चाई बता देनी चाहिए थी। “
रश्मि,” मैं चाहती थी बताना लेकिन तुम मुझे इतना प्यार करते हो कि मेरी हिम्मत नहीं हुई तुमसे कुछ कहने की। “
गौतम,” रश्मि, फिकर मत करो, मैं निरंजन से तुम्हारी शादी कराऊंगा। “
रश्मि तो यही चाहती थी लेकिन अगले दिन रश्मि के साथ ऐसा हादसा हुआ जिससे सब कुछ बदल गया।
उस दिन रश्मि निरंजन को फोन करके यह खुशखबरी दे रही थी तभी उसके घर का झूमर खुलकर उसके ऊपर गिर गया।
रश्मि लहू लुहान हो गई। जब गौतम ने रश्मि की यह हालत देखी तो तुरंत अस्पताल ले पहुंचा।
डॉक्टर,” आपकी पत्नी का खून बहुत बह गया है। इन्हें आईसीयू में एडमिट करना होगा। “
खून बहुत बह गया था इसलिए डॉक्टरों को उसे ब्लड चढ़ाना पड़ा। ब्लड गौतम ने ही दिया था।
पूरे एक महीने तक रश्मि अस्पताल में रही। इस बीच गौतम ने एक बच्चे की तरह उसका ध्यान रखा।
उसे टाइम पर दवा देना, खिलाना पिलाना, जब तक वह सो नहीं जाती उसके सिरहाने बैठे रहना। एक महीने बाद जब वह पूरी तरह ठीक होकर घर आ गई तो गौतम बोला।
गौतम,” रश्मि, तुम अब पूरी तरह से ठीक हो गई हो। लेकिन तुम थोड़े दिन और आराम कर लो।
उसके बाद तुम्हें जब भी निरंजन के पास जाना होगा, प्लीज मुझे बोल देना। मैं तुम्हें छोड़ दूंगा। “
गौतम की बातों को सुनकर रश्मि की आंखें भर आई।
रश्मि,” गौतम, तुम मुझे छोड़ दोगे किसी गैर मर्द के पास ? “
गौतम,” गैर..? निरंजन से तो तुम प्यार करती हो ? “
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रश्मि,” प्यार करती थी। वह मेरा पास्ट है और तुम मेरा फ्यूचर। सात फेरे लिए है मैंने तुम्हारे साथ।
मैं मानती हूं कि मुझसे गलती हुई है लेकिन मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि तुमसे ज्यादा प्यार मुझे कोई नहीं कर सकता, गौतम।
आई लव यू… आई लव यू, गौतम। आई रियली लव यू। मेरी गलती के लिए मुझे माफ कर दो और मेरे गले लग जाओ। “
गौतम रश्मि से बहुत प्यार करता था। जो प्यार करते हैं वो दूसरे की गलती को दिल से नहीं लगाते बल्कि माफ कर देते हैं।
गौतम ने रश्मि को माफ कर दिया और दोनों ने नये सिरे से अपना जीवन जीना शुरु कर दिया।
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