इमली (मौत की खटास) | Imlie | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi

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हेलो दोस्तो ! कहानी की इस नई Series में आप सभी का स्वागत है। आज की इस कहानी का नाम है – इमली (मौत की खटास) । यह एक Bhoot Wali Kahani है। तो अगर आपको भी Daravani Kahaniya, Bhutiya Kahani या Horror Stories in Hindi पढ़ने का शौक है तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।

इमली (मौत की खटास) | Imlie | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi

Imlie (Maut Ki Khataas) | Horror Story | Bhutiya Kahani | Chudail Ki Kahani | Horror Stories in Hindi



एक बुढ़िया गोद में बच्चा लिए उसे चुप करने की कोशिश कर रही होती है। उसके पास एक और औरत खड़ी होती है जो उसे
 बच्चे को घूर रही होती है। बच्चा लगातार रोए जा रहा था।

बुढ़िया,” ये ले बेटी तेरा नया खिलौना। देख तो सही, कितना प्यारा है ? जब तू पैदा हुई थी, बिल्कुल इसके जैसे ही खिल खिलाती थी। 

ये ले, ये तेरी गोद में जाने के लिए बेताब है। ले रख अपनी अमानत को अपने पास। “

यह कहते हुए वह बुढ़िया उसे बच्चों को औरत को पकड़ा देता है।

औरत,” आले आले मेरा राजा बेटा, अपनी माँ को अपना चेहरा नहीं दिखाएगा ? आले आले आले… मेरा राजा बेटा। “


एक दिन…
प्रेम,” आज फिर लेट हो गया। आज तो संगीता घर में भी घुसने नहीं देगी। इस हालत में उसको अकेला छोड़कर काम पर जाने का मेरा बिल्कुल मन नहीं करता। “

प्रेम खुद में बड़बड़ाता हुआ रास्ते से गुजर ही रहा होता है कि तभी एक पागल औरत अपने हाथ में किसी और की तस्वीर लिए प्रेम के सामने आ जाती है।



औरत,”तुमने… तुमने… तुमने इस औरत को कहीं देखा है ? ये ये… ये मुझसे मेरा बच्चा चुराकर भाग गयी है। बहुत ढूंढा इसे मगर नहीं मिलती। क्या आपने इसे कहीं देखा है ? “

प्रेम,” कौन हैं आप और मुझे बीच रास्ते में परेशान क्यों कर रही है ? छोड़ो मुझे, मैंने ऐसी किसी औरत को नहीं देखा। “

इतना कहते ही प्रेम उस पागल औरत को साइड कर आगे बढ़ जाता है। पर उस पागल औरत की बातें अभी खत्म नहीं हुई थी। जिसे पूरा करते हुए उसने प्रेम से कहा।

औरत,” यह औरत… ये औरत गर्भवती औरतों को इमली खिलाती है और उनसे उनका बच्चा चुराकर ले जाती है।
हाँ। हो सके तो तुम इस औरत से बचकर रहना… प्रेम। “

प्रेम ने जैसे ही अपना नाम सुना, उसके पैर जम से गये। वो कुछ बोलने के लिए पीछे मुड़ा ही था कि उसने देखा उसके पीछे कोई नहीं था। वो पागल औरत जा चुकी थी।

घर पहुंचकर…
प्रेम,” सोच रहा हूँ वर्क फ्रॉम होम ले लूँ। घर पर रहूँगा तो काम भी कर लूँगा और तुम्हारी देखभाल भी हो जाएगी। “

संगीता,” प्रेम, तुम्हें फ़िक्र करने की कोई जरूरत नहीं है। मैंने डिलिवरी तक के लिए आया को रख लिया है जो घर के साथ साथ हमारे होने वाले बच्चे की देखभाल करेगी। “

प्रेम,” अच्छा… मगर सोच समझकर रखना काम पर। आज कल बच्चा चोरी होने की बहुत खबरें सुनने को मिल रही हैं। “

संगीता,” हाँ हाँ, देख परख कर ही रखा है उसको। कल से आएगी वो काम करने। वैसे ये सब छोड़ो… मैंने तुमको इमली लाने को कहा था ना, कहाँ है वो ? आज फिर भूल गए ना ? “

संगीता ने जब इमली खाने की बात कही है तो प्रेम को उस पागल औरत की वो बातें याद आ गयी।

प्रेम,” पता नहीं तुमको खट्टा खाने में क्या मज़ा आता है ? “



अगली सुबह…
संगीता,” अरे विमला ! तुम..? पर तुम तो 8 बजे आने वाली थी और अभी तो 7 ही बजे हैं। “

विमला,” संगीता दीदी, मैंने आपके बारे में सब कुछ पता किया। अगर आज मैं जल्दी नहीं आती तो आपने पहले ही घर का काम कर लेना था और अभी तो आपको सातवाँ महीना शुरू हुआ है।
आपको आराम की जरूरत है। “

संगीता आराम से सोफे पर बैठे विमला को घर को चमकाते हुए देख रही थी। विमला ने जब घर का सारा काम खत्म कर लिया।

विमला,” लीजिये दीदी जूस पीजिए, आराम आ जाएगा। और इस महीने में तो आपको थोड़ी थोड़ी देर में कुछ ना कुछ खाना चाहिए पर आप तो ऐसे ही बैठी रहती हैं। “

संगीता,” विमला, तुझे तो पता ही है प्रेग्नेंसी के इस वक्त में खट्टा खाने का बड़ा मन करता है ? मैं कितने दिनों से प्रेम से कह रही हूँ। मुझे इमली खानी है पर वो लाते ही नहीं। तू लाएगी क्या मेरे लिए ? “

विमला,” दीदी, नेकी और पूछ पूछ। खट्टा तो मुझे भी बहुत पसंद है इसीलिए तो मैं हमेशा अपने पास ये इमली रखती हूँ।

मेरे घर के पास तो इमली का बड़ा सा पेड़ भी है। जब मन किया मुँह खट्टा कर लिया। लीजिए, आप भी ले लीजिए। “


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उसी रात…
संगीता,” विमला…विमला, कहां है तू ? मुझे दर्द हो रहा है, विमला। “

संगीता के इतने पुकारने पर भी जब विमला नहीं आयी तो संगीता ने किसी तरह हिम्मत कर प्रेम को फ़ोन किया।

संगीता,” हैलो प्रेम ! जल्दी आओ प्रेम, मेरी तबियत बहुत खराब है। मुझे दर्द हो रहा है प्रेम। “

प्रेम,” संगीता, तुम चिंता मत करो। मैं तुरंत आता हूँ। “

प्रेम ऑफिस से जल्दी-जल्दी में निकलता है। रास्ते में उसे वह पागल औरत मिल जाती है।

औरत,” कहा था ना, इमली मत खाने देना उसको? चुरा लिया उसने तेरे बच्चे को भी। अब तू भी पागलों की तरह अपने बच्चे को ढूंढ… जा ढूंढ। “

इतना कहकर पागल औरत प्रेम के रास्ते से हट गई और प्रेम सीधा भागता हुआ घर पहुंचा तो उसने देखा कि घर के कमरे के सारे दरवाजे खुले पड़े हैं और संगीता बिस्तर पर ही बेहोश पड़ी है।



प्रेम,” संगीता, मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूंगा। मैं आ गया हूँ संगीता। “

प्रेम संगीत को तुरंत गोद में उठाकर अस्पताल के लिए निकलता है।

डॉक्टर,” प्रेम, डरने की कोई बात नहीं है। संगीता बिल्कुल ठीक है। बस पेट में थोड़ी गैस हो गई थी इसलिए पेट इतना मोटा लग रहा है। कुछ टाइम के बाद सब नॉर्मल हो जाएगा। “

प्रेम,” डॉक्टर साहब, आप ये क्या कह रहे है ? उसका सातवाँ महीना चल रहा है और आप कह रहे है कि उसका पेट गैस की वजह से मोटा दिख रहा है। “

डॉक्टर,” क्या… पेट से ? अरे ! नहीं नहीं, आपको शायद कोई गलतफहमी हुई है। मैंने अभी तो संगीता का अल्ट्रासाउंड किया। उसके पेट में कोई बच्चा नहीं है। “

लेडी डॉक्टर की बात सुन प्रेम चौंक गया। उसे एक बार फिर से उस पागल औरत की बात याद आयी और वो भागते हुए फिर से उसी सड़क पर पागल औरत से मिलने जा पहुंचा। 

प्रेम,” तुमने बिल्कुल सही कहा था। किसी ने मेरे बच्चे को चुरा लिया है। “

पागल औरत,” किसी ने नहीं, बल्कि… बल्कि उसने ही तुम्हारे बच्चे को चुराया है। दरअसल पिशाच के बच्चे सात महीने में ही पैदा होते हैं। “

प्रेम,” पर वो ये सब करती क्यों हैं ? क्या मिलता है उसको ? “

पागल औरत,” इन्हीं पिशाच की एक बेटी हुआ करती थी जिसको एक इंसान से प्यार हो गया था। दोनों ने शादी भी करी लेकिन पिशाच की बेटी कभी माँ नहीं बन पायी। 

इस चक्कर में उसका पति उसे रोज़ मारता, पीटता, घर से निकाल देता। जब इमली पिशाच की बेटी से बर्दास्त नहीं हुआ तो उसने आत्महत्या करने की कोशिश की।

पर उसकी माँ (इमली) ने उसे बचा लिया पर वो पहले जैसी नहीं रही, पागल हो गयी उस बच्चे के दुख में जिसने उसे कभी माँ कहकर भी नहीं पुकारा। “

प्रेम,” तो इमली पिशाच अपनी बेटी के लिए इन बच्चों को चुराती है। पर वो तो सिर्फ सात महीने के होते हैं फिर बच्चे कैसे जिंदा हो पा रहे हैं। “

औरत,” यहीं तो इमली पिशाचिनी का जादू काम आता है। इमली पिशाचिनी को उसकी ताकत एक इमली के पेड़ से मिलती है।

और वो इमली जो कोई भी गर्भवती औरत खाएगी, उसका बच्चा भी पिशाच बन जाएगा और सात महीने में ही पैदा हो जाएगा। 



देखो वो रहा इमली का पेड़… और उसके नीचे जो वो घर है, उसमें वो दोनों रहते हैं। यहाँ से तुमको अकेले ही जाना होगा… अकेले ही जाना होगा। “

प्रेम,” मुझे एक बात समझ नहीं आयी, आप मेरी इतनी मदद क्यों कर रही हैं। “

औरत,” मैं नहीं चाहती जिस दर्द और तकलीफ से मैं गुजर रही हूं, उससे तुम्हारी पत्नी भी गुजरे। और याद रखना… पिशाच पैदा होने के बाद दोबारा कोई माँ नहीं बन सकता। “

इसके बाद प्रेम इमली के नीचे मौजूद घर की ओर निकल जाता है।

बुढ़िया पिशाचिनी,” ये ले बेटी, तेरा नया खिलौना। देख तो सही, कितना प्यारा है ? जब तू पैदा हुई थी, बिलकुल इसके जैसे ही खिल खिलाती रहती थी। “

बुढ़िया पिशाचिनी उसे बच्चों को औरत पिशाचिनी की गोद में दे देती है।

औरत पिशाचिनी,” आले आले मेरा राजा बेटा, अपनी माँ को अपना चेहरा नहीं दिखाएगा। “

प्रेम,” चुप चाप से मुझे मेरा बच्चा वापस कर दे पिशाचिनी वरना मैं तेरे साथ इमली का पेड़ भी जला दूंगा। समझी..? “

औरत पिशाचिनी,” माँ, कौन है ये जो मुझसे मेरा बच्चा छीनने आया है ? “

बुढ़िया पिशाचिनी,” मामूली सा इंसान है बेटी। तू चिंता मत कर, मैं अभी इसकी औकात बताती हूँ। “

बुढ़िया पिशाचिनी,” लगता है तू अपनी पत्नी से बिल्कुल प्यार नहीं करता जो यहाँ मेरे पास मरने चला आया ? 

और तेरा ये बच्चा… ये कोई आम बच्चा नहीं है बल्कि ये एक पिशाच बन चुका है पिशाच जो मेरे एक इशारे पर तेरा ही खून पी सकता है। समझा..? “

बुढ़िया पिशाचिनी के एक इशारे पर तीन चार पिशाच बच्चे जाकर प्रेम के ऊपर चढ़ जाते हैं और उसे काटने लगते हैं। प्रेम किसी तरह अपने आप को बचाकर वहां से बाहर भागता है। बाहर आकर वह मिट्टी के तेल से इमली के पेड़ के ऊपर छिड़काव करने लगता है।

बुढ़िया पिशाचिनी,” ये क्या कर रहा है ? मैं कहती हूँ रुक जा।
खबरदार… खबरदार अगर तूने इमली के पेड़ को छूने की कोशिश भी की तो। “

प्रेम,” अब से तू और तेरे बच्चों को चुराने का धंधा सब खत्म। “



प्रेम अपनी जेब से लाइटर निकलता है और उसे जलाने ही वाला होता है कि तभी बुढ़िया पिशाचिनी अपनी काली शक्तियों से तेज हवा का झोंका प्रेम के ऊपर छोड़ती है जिससे उसके हाथ से लाइटर गिरकर दूर चला जाता है।

बुढ़िया पिशाचिनी,” अब क्या करेगा ? हमने तो तेरी आखिरी उम्मीद के भी टुकड़े टुकड़े कर दिए। “


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पिशाचिनी जोर-जोर से हँस ही रही थी कि प्रेम ने सीना ताने अपने दोनों हाथों में पत्थर उठा लिये।

प्रेम,” एक औरत के लिए माँ बनना दुनिया का सबसे बड़ा सुख है और तुमने उससे वो सुख और खुशी छीन ली। उसकी सजा तो तुम्हे मिलकर रहेगी। “

इतना कहकर प्रेम अपने दोनों हाथों में लिए पत्थरों को आपस में रगड़ने लगता है और उससे जो चिंगारी निकलती है, उससे वो इमली का पेड़ जलने लगता है।

पेड़ के जलते ही वो दोनों पिशाचिनी, मां और बेटी चीखते हुए जल जाती हैं।


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