प्रेगनेंट स्कूल की लड़की | Pregnant School Ki Ladki | Moral Stories | College Story | Bed Time Story | Hindi Stories

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हेलो दोस्तो ! कहानी की इस नई Series में आप सभी का स्वागत है। आज की इस कहानी का नाम है – “ प्रेगनेंट स्कूल की लड़की ” यह एक College Story है। अगर आपको Hindi Kahani, Moral Story in Hindi या Bedtime Stories पढ़ने का शौक है तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।

प्रेगनेंट स्कूल की लड़की | Pregnant School Ki Ladki | Moral Stories | College Story | Bed Time Story | Hindi Stories


Pregnant School Ki Ladki | Moral Stories | College Story | Bed Time Story | Hindi Stories



 प्रेगनेंट स्कूल की लड़की 

रेशमा,” राखी, तू उस लड़के से और मत मिल। वो लड़का मुझे ठीक नहीं लगता है। “

राखी,” अरे रेशमा ! तू फालतू में टेंशन ले रही है। अनुज अच्छा लड़का है। वो मुझे बहुत खुश रखेगा। “

राखी ने रेशमा की बात टाल दी। राखी बारहवीं क्लास में पढ़ती है। रेशमा भी राखी के साथ ही पढ़ती है। 

राखी और रेशमा बेस्ट फ्रेंड हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से राखी का मन कहीं और है। 

पिछले 1 साल से एक लड़का राखी का पीछा कर रहा है। वो कई बार राखी से मिलने की कोशिश भी कर चुका है। 

अनुज,” हैलो राखी ! मेरा नाम अनुज है। तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो। क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी ? “

राखी,” नहीं, मैं किसी अनजान आदमी से दोस्ती नहीं करती। “

ये बोलकर राखी ने कई बार अनुज को टाल तो दिया था लेकिन अनुज हार मानने के लिए तैयार ही नहीं था। 

वो स्कूल के बाहर आकर खड़ा रहता था। रेशमा को ये बात बिल्कुल अच्छी नहीं लगती थी। 

रेशमा,” देख देख वो लड़का कैसे कुत्ते की तरह स्कूल के बाहर खड़ा है ? काम धंधा नहीं हैं क्या उसे ? “



ऐसे ही दिन बीत रहे थे। इतने में वैलेंटाइन्स डे आया। राखी स्कूल से निकली ही थी कि तभी अनुज आकर अपने घुटनों में बैठ गया और हाथ में गुलाब लेकर कहा।

अनुज,” राखी, आई लव यू। तुम मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ। “

और बस यहीं पर राखी पिघल गई। उसने गुलाब ले लिया और कहा। 

राखी,” मैं सोचकर बताऊँगी। “

शाम को रेशमा ने राखी से कहा। 

रेशमा,” राखी, तूने उससे गुलाब क्यों ले लिया ? वो उल्टा सीधा सोचेगा। “

राखी,” रेशमा, वो लड़का उतना भी बुरा नहीं है। शायद उसे एक बार चांस देना चाहिए। “

रेशमा,” नहीं राखी, मुझे तो वो लड़का बिल्कुल अच्छा नहीं लगता। तू उसे मना कर दे। “

राखी,” मुझे तो लगता है तू मुझसे जलती है क्योंकि उसने तुझे नहीं मुझे प्रोपोज़ किया। “

यह सुनकर रेशमा चुप हो गई। उसने और कुछ नहीं कहा। अगले ही दिन राखी ने अनुज को हाँ कर दिया और दोनों सिनेमा देखने चले गए। 

राखी ने क्लास बंद कर दिया। टीचर ने अटेंडेंस लेते वक्त रेशमा से पूछा। 

टीचर,” रेशमा, तुम्हारी दोस्त राखी कहाँ है ? “

रेशमा,” वो मैडम… उसकी तबियत ठीक नहीं है इसलिए आज स्कूल नहीं आई। “

रेशमा ने राखी को बचाने के लिए झूठ बोल दिया। राखी अनुज के प्यार में पिघलने लगी। हर दिन वह स्कूल बंद करने लगी। रेशमा ने सोचा। 



रेशमा,” मुझे उस अनुज के बारे में पता लगाना ही होगा। “

अगले दिन अनुज राखी को एक पार्क में ले गया। शाम को राखी को घर भी छोड़ दिया और उसके बाद रेशमा अनुज का पीछा करने लगी। 

अनुज पहले एक बार में गया और वहाँ से शराब लेकर अपने दोस्तों के पास गया और दोस्तों के साथ हँसी मजाक करने लगा। 

अनुज का दोस्त,” अनुज भाई, तूने तो बहुत सुन्दर लड़की को फंसा लिया है भाई। “

अनुज,” उसके लिए बहुत पापड़ भी बेलने पड़े हैं बेटा। “

अनुज का दोस्त,” तो फिर इसके साथ शादी का प्लान है क्या ? “

अनुज,” शादी..? तू पागल है क्या ? बस कुछ महीने… उसके बाद उसका दिल दुखा के मैं किसी और का हो जाऊंगा। “

अनुज का दोस्त,” अरे ! मान गए अनुज भाई, खिलाड़ी है तू। “

रेशमा ये सब सुनकर चौंक गयी। उसने अपने मन में ही सोचा।

रेशमा,” मैंने जैसा सोचा था वैसा ही लड़का है ये। गुंडा, मवाली… लड़कियों के साथ खेलना इसकी फितरत है। मुझे अभी सब कुछ राखी को बताना होगा। “

रेशमा वहाँ से भागने लगी लेकिन भागते हुए किसी चीज़ से वो टकरा गई और उसे अनुज ने देख लिया।

अनुज,” ये तो राखी की सहेली है। लगता है इसने सबको सुन लिया है ? ये वैसे ही मुझे पसंद नहीं करती है। मुझे अभी कुछ करना होगा। “


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अनुज ने तुरंत राखी को कॉल लगाया और कहा।



अनुज,” देखो ना राखी… तुम्हारी सहेली रेश्मा मेरा पीछा कर रही है। मेरे पीछे पीछे मेरे घर तक आ गई और मुझे धमकाने लगी। “

राखी,” क्या..? इतनी हिम्मत हो गई है उसकी ? उसे तो मैं अभी बताती हूँ। “

उधर रेशमा दौड़ते हुए राखी के पास गई लेकिन उसे कुछ बताने से पहले ही राखी ने गुस्से में कहा।

राखी,” तू अनुज का पीछा कर रही है ? “

रेशमा,” हाँ, मैंने किया था लेकिन वो तेरे बारे में क्या सोचता है, वो तो सुन ? “

राखी,” मुझे कुछ नहीं सुनना। पहले ही दिन से मुझे उसके खिलाफ़ भड़काने में तुली है। तू निकल जा यहाँ से। आज से तेरी मेरी कोई दोस्ती नहीं है। “

राखी ने बिना कुछ सुने ही रेशमा को भगा दिया। रेशमा चली गई और उसी रात अनुज चुपके से खिड़की से राखी के कमरे में घुस आया।

राखी,” अरे ! तुम..? “

अनुज,” सोचा तुम्हें सरप्राइज़ दे दूं । “

राखी और अनुज ने पूरी रात साथ बिताई और अगले दिन राखी स्कूल आई। वो रेशमा से दूर बैठी रही। 

क्लास चल रही थी कि तभी अचानक से राखी की तबियत बिगड़ने लगी और उसने वहीं पर उल्टी कर दी। 

रेशमा,” क्या हुआ राखी ? “

टीचर,” इससे अभी डॉक्टर के पास ले जाना होगा। “

रेशमा राखी को डॉक्टर के पास ले गयी। 
 ‌ 
डॉक्टर,” तुम इसकी सहेली हो क्या ? “

रेशमा,” हां डॉक्टर साहब, लेकिन इसे हुआ क्या है ? “



डॉक्टर,” प्रेग्नेंट हैं ये ? स्कूल में पढ़ने वाली लड़की गर्भवती है। इसके माँ बाप को बतानी पड़ेगी ये बात। “

लेकिन रेशमा ने किसी भी तरह डॉक्टर साहब को मना लिया और राखी को लेकर उसके घर चली गई। राखी रो पड़ी।

राखी,” अब क्या होगा ? अब मैं समाज को कैसे मुंह दिखाऊंगी ? राखी का कोई नहीं था। वो अनाथ थी और अनाथ आश्रम के पैसों से वो बाहर पढ़ने आई थी। रेशमा ने उससे कहा।

रेशमा,” मैंने पहले ही कहा था, ये सब मत कर। कोई बात नहीं, कोई ना कोई उपाय तो हम ढूंढ ही लेंगे। अपने आशिक को कॉल लगा। “

राखी ने अनुज को कॉल लगाया। 

अनुज,” अरे डार्लिंग ! क्या बात है ? आज रात को फिर से आ जाऊं क्या ? “

राखी,” अनुज… अनुज मैं प्रेग्नेंट हूं। तुम जल्दी यहाँ आ जाओ। “

यह सुनकर अनुज ने फ़ोन काट दिया। वो डर गया। उसने अपने दोस्तों से सब कुछ कहा। उसके दोस्त ने कहा। 

अनुज का दोस्त,” अरे ! ये तो गडबड हो गई। तू एक काम कर, आज ही कहीं भाग जा ताकि वो लड़की तुझे ढूंढ ना पाए। हम यहाँ सब कुछ संभाल लेंगे। “

अनुज तभी बाहर के राज्य में जाने वाली बस में चढ़ गया और वहाँ से भाग गया। 

यहाँ राखी और रेशमा बार बार उसे कॉल करने लगी लेकिन उसने तो अपना फ़ोन बंद कर दिया था। राखी अंदर से पूरी तरह टूट गई। 

रेशमा,” इसीलिए मैं मना करती थी। मैंने कहा था वो लड़का अच्छा नहीं है। “

राखी,” गलती हो गई रेशमा, तू मेरा भला चाहती है लेकिन मैं बेवकूफ थी। “



रेशमा,” तू चिंता मत कर राखी, मैं उस लड़के को ढूंढ निकालूंगी। मेरा एक दोस्त पुलिस में है। “

लेकिन राखी को बस एक ही चिंता सताने लगी कि उसके बच्चे का क्या होगा और वो ये बात छुपाए कैसे ? 

राखी रेशमा के साथ ही रहने लगी। रेशमा ने उसके दोस्त को कॉल किया और सब कुछ बताया। उसके दोस्त ने कहा।

रेशमा का दोस्त,” ठीक है, मैं उस लड़के को ढूंढता हूँ। “

पुलिस अनुज को ढूंढने लगी। अनुज भागकर एक शहर में चला गया। शहर में बहुत सारे लोग होते हैं इसलिए उस भीड़ में छुपना आसान होता है। शहर जाकर उसने एक दुकान पर काम ले लिया। 

दुकान में 1 दिन एक लड़की आयी। उसका नाम सुदेशना था। सुदेशना से अनुज को प्यार हो गया। उससे अनुज सचमुच का प्यार कर बैठा। 

इधर दो महीने बीत गए। राखी रेशमा के साथ स्कूल जाने लगी लेकिन उसका पेट थोड़ा थोड़ा फूलने लगा। 

लड़की,” राखी, ये तेरा पेट क्यों फूला हुआ है ? तू प्रेग्नेंट हैं क्या ? “

राखी को लेकर सारे स्टूडेंट मजाक करने लगे। राखी ने स्कूल जाना ही बंद कर दिया। रेशमा के माता पिता अमीर थे और कहीं और रहते थे। 

इस घर में बस रेशमा अकेली ही रहती थी और राखी भी उसके साथ ही रहने लगी थी। इसीलिए बाहर किसी को राखी के गर्भवती होने के बारे में पता नहीं चला। 



लेकिन एक ना 1 दिन तो सब को पता चलना ही था। नौ महीने बीत गए और राखी ने एक लड़की को जन्म दिया। 

अपनी बेटी को गोद में लेकर राखी खुशी के आंसू रो पड़ी लेकिन साथ साथ स्कूल में सबको पता चल गया। 

बाहर भी लोग राखी के बारे में बातें बनाने लगे। आस पास के लोगों ने रेशमा से कहा। 

औरत,” ऐसी चरित्रहीन लड़की यहाँ नहीं रह सकती। उसे भगा दो। “

लेकिन रेशमा ने सबको समझाने की कोशिश की। उधर सुदेशना के प्यार में अनुज पागल हो गया था। 

सुदेशना ने अनुज से शादी का वादा किया लेकिन 1 दिन अनुज ने सुदेशना को किसी और लड़के का हाथ पकड़कर घूमते हुए देख लिया। 

अनुज,” सुदेशना, तुमने कहा था कि तुम सिर्फ मुझसे प्यार करती हो लेकिन…। “

सुदेशना,” अरे ! जा जा छोटे घर के लड़के कहीं के… तूने मुझसे शादी करने का सपना देख भी लिया ? ये शहर है शहर, यहाँ ऐसा ही होता है। अब जा भाग यहाँ से। “

अनुज का दिल दुख गया। वो एक नदी किनारे बैठकर रोने लगा और तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने अनुज को बहुत मारा।

अनुज,” मुझे छोड़ दो साहब, मुझे छोड़ दो। “

पुलिस,” छोड़ दूं..? एक लड़की को बर्बाद करके तू भाग रहा है और तुझे छोड़ दूँ। “

अनुज,” मुझसे गलती हो गई साहब, मुझे छोड़ दो। “

पुलिस अनुज को लेकर राखी के पास जाने लगी। उधर राखी को रेशमा के पड़ोसियों ने घर से निकाल दिया। रेशमा तब स्कूल गई हुई थी इसलिए वो कुछ नहीं कर पाई।

राखी अपनी बेटी को लेकर रास्ते पर घूमने लगी और एक जगह आकर उसका सर चकरा गया। वो बेहोश होकर गिर पड़ी। 

उसकी बेटी भी रास्ते में गिर गई। दूसरी ओर से एक गाड़ी उस बच्ची की ओर आने लगी और तभी पुलिस की गाड़ी वहाँ गई। 



अनुज ने राखी को देखा। 

अनुज,” अरे ! ये रही राखी। इसका मतलब वो मेरी बेटी है। ये क्या..? वो गाड़ी उसी की ओर आ रही है। मुझे अपनी बेटी को बचाना होगा। “

ये बोलकर अनुज ने दौड़ लगाई और सही समय पर छलांग लगाकर उसने अपनी बेटी को बचा लिया। राखी को होश आया तो उसने अनुज को देखा। 

राखी,” तुम..? तुम यहाँ तमाशा देखने आये हो ? “

राखी ने गुस्से से एक जोरदार तमाचा अनुज के गालों पर दिया।

अनुज,” मुझे माफ़ कर दो राखी, मुझसे गलती हो गयी। धोखा मिलने पर कैसा लगता है वो मैं समझ गया हूँ ? 

मैं तुमसे शादी करने के लिए तैयार हूँ। हम दोनों मिलकर हमारी बेटी का ख्याल रखेंगे। “


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अनुज अब बदल गया। उसने राखी से शादी कर ली। राखी को भी सम्मान मिला। 

अनुज काम पर जाने लगा और ऐसे ही दोनों अपनी बेटी का ख्याल रखने लगे। धीरे-धीरे सब ठीक हो गया और सभी खुशी खुशी जीने लगे।


आज की ये ख़ास और मज़ेदार कहानी आपको कैसी लगी ? नीचे Cooment में जरूर बताएं।

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