हेलो दोस्तो ! कहानी की इस नई Series में आप सभी का स्वागत है। आज की इस कहानी का नाम है – “ कामवाली बनी सौतन ” यह एक Husband Wife Story है। अगर आपको Hindi Kahani, Moral Story in Hindi या Pati Patni Ki Kahani पढ़ने का शौक है तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।
अंजली गाँव की सीधी-सादी लड़की है। उसकी शादी को 2 साल बीत चुके हैं। उसके पति का नाम राजीव है और वे दोनों शहर में रहते हैं।
राजीव वैसे तो नेक दिल इंसान है लेकिन पराई औरतों के सामने वह पिघल जाता है। इसीलिए अंजली हमेशा चिंता में रहती है।
ऑफिस से आने के बाद हर रोज़ अंजली राजीव का फ़ोन चेक करती है।
राजीव, “क्या अंजली, तुम हमेशा मेरे ऊपर शक करती रहती हो?”
अंजली, “मुझे तुम्हारे ऊपर कोई भरोसा नहीं है। पता नहीं बाहर क्या-क्या करते रहते हो?”
अंजली को हमेशा शक लगा रहता है। इसमें अंजली की कोई गलती नहीं है। ऐसे ही दिन बीतते रहते हैं।
इतने में अंजली गर्भवती हो जाती है और डॉक्टर साहब अंजली को घर का कामकाज करने से मना कर देते हैं। अंजली राजीव से कहती है।
अंजली, “डॉक्टर साहब ने तो मुझे कोई काम करने से ही मना कर दिया है, अब क्या होगा?”
राजीव, “एक कामवाली बाई रखनी होगी। तुम चिंता मत करो, मैं सब कुछ संभाल लूँगा।”
राजीव कामवाली बाई की खोज करता है और 2 दिन बाद रूपा नाम की एक औरत घर पर चली आती है।
रूपा, “मैंने सुना है आप लोग काम वाली की तलाश में हैं? मुझे रख लो, मैं बहुत अच्छा काम करती हूँ।”
रूपा की उम्र 23 के आसपास है और वह बहुत सुंदर भी है। रूपा को देखकर राजीव पिघल जाता है।
राजीव, “हाँ हाँ, हम तुम्हें रख सकते हैं, बिल्कुल रख सकते हैं।”
अंजली, “नहीं, रुको। पहले जांच तो कर लेते हैं कि इसका घर कहाँ है, ये आई कहाँ से है?”
राजीव, “उसकी क्या जरूरत है, अंजली? अभी हमें कामवाली की जरूरत है, हम इसे रख लेते हैं।”
राजीव अंजली की बात नहीं सुनता है और रूपा को काम पर रख लेता है। रूपा घर के कामों में लग जाती है। मगर उसके काम से अंजली बिलकुल खुश नहीं है।
वह हर काम आधा-अधूरा करती है और काम से ज्यादा समय सजने-धजने में लगा देती है। राजीव तो बस रूपा को देखता ही रहता है।
अंजली, “राजीव, अभी तक तुम तैयार नहीं हुए हो? आज ऑफिस नहीं जाओगे?”
राजीव, “नहीं अंजली, आज अच्छा नहीं लग रहा है।”
अंजली आराम करती रहती है और राजीव बैठकर पूरा दिन रूपा को देखता रहता है।
रूपा, “अरे साहब! क्या देख रहे हो ऐसे?”
कामवाली बनी सौतन | Kaamwali Bani Sautan | Hindi Kahani | Pati Patni Ki Kahani | Husband Wife Story
राजीव, “तुम्हें देख रहा हूँ, रूपा। तुम कितनी सुंदर हो?”
रूपा, “ऐसे ना बोलो साहब, मालकिन सुन लेगी तो बवाल हो जाएगा।
राजीव, “तो फिर आज रात को जब तेरी मालकिन सो जाएगी, तब घर के बाहर चली आना। हम दोनों खूब गप्पे लड़ाएंगे।”
यहाँ राजीव रूपा का दिल बहलाने में लगा हुआ है और उधर कमरे के अंदर बैठकर अंजली सोच रही है।
अंजली, “आखिर राजीव को हुआ क्या है? जो रोज़ ऑफिस जाने के लिए मरता था, वह आज ऐसे ही घर पर क्यों बैठा है? कुछ तो गड़बड़ है।”
रात को अंजली खाना खा कर सो जाती है। राजीव इसी के इंतजार में था। अंजली के सोते ही राजीव घर के बाहर चला गया। रूपा भी चली आई और दोनों मिलकर बातें करने लगे।
राजीव, “रूपा, तुम्हें पता है तुम्हारे बाल बिल्कुल रेशम जैसे हैं।”
रूपा, “ऐसे ना बोलो साहब मुझे शर्म आती है।”
राजीव, “हां, मैं सच बोल रहा हूँ। और तुम्हारी आंखें इतनी सुंदर हैं कि क्या बताऊँ?”
तभी अंजली आ जाती है और दोनों को रंगे हाथों पकड़ लेती है।
अंजली, “अच्छा तो ये चल रहा है यहाँ पर। मैं सो क्या गई और तुम यहाँ कामवाली के साथ गप्पे लड़ा रहे हो?”
अंजलि को देखकर दोनों घबरा जाते हैं।
रूपा, “नहीं मालकिन, मेरा कोई दोष नहीं है। साहब ने ही मुझे बुलाया था।”
राजीव, “अरे! हाँ अंजलि, मैंने ही रूपा को बुलाया था। असल में रूपा के पिता की तबियत बहुत खराब है, इसलिए सोचा था कि उसे कुछ पैसे दे दूं।”
राजीव, “ये लो रूपा, ₹2000, अब जाओ यहाँ से।”
रूपा पैसे लेकर चली जाती है, लेकिन अंजली का शक नहीं जाता। अगले दिन से अंजली ने रूपा की निगरानी करनी शुरू कर दी।
अंजली, “ये रूपा मुझे कुछ ठीक नहीं लग रही है। और राजीव का तो कोई भरोसा ही नहीं है।”
ऐसे ही कुछ महीने बीत गए। इन महीनों में राजीव रूपा पर पूरी तरह से फिदा हो गया।
उसने रूपा की तनख्वाह भी बढ़ा दी। रूपा भी काम चोरी करने लगी।
एक दिन अंजली ने देखा कि उसके कमरे से उसकी घड़ी गायब है। अंजली ने इधर-उधर ढूंढा लेकिन घड़ी नहीं मिली।
अंजली, “घड़ी ऐसे तो गायब नहीं हो सकती। कल रूपा आई थी यहाँ, जरूर उसी ने ली होगी।”
अंजली की बात सुनकर राजीव ने कहा, “अरे! नहीं अंजलि, रूपा इतनी बुरी भी नहीं है। तुम्हारी घड़ी कहीं गिर गई होगी।”
राजीव मानने को राजी ही नहीं था कि रूपा ऐसा कर सकती है। उसके बाद से हर 2 दिन में घर से कुछ न कुछ गायब होने लगा।
मगर राजीव ने रूपा को काम से नहीं निकाला क्योंकि वह तो रूपा से प्यार कर बैठा था।
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अंजली ने सोचा कि कुछ तो करना ही पड़ेगा और इसके कुछ ही दिनों बाद अंजली अपना पेट पकड़ कर बैठ गई और ज़ोर-शोर से चिल्लाने लगी।
अंजली, “दर्द हो रहा है, पेट में बहुत दर्द हो रहा है।”
राजीव और रूपा दौड़कर आए। राजीव ने अंजली को अस्पताल ले जाने के लिए गाड़ी बुलाई।
और रूपा के हाथ में घर की चाबी देकर राजीव अंजली को लेकर निकल पड़ा। अस्पताल की तरफ जाते हुए अंजली ने चिल्लाना बंद कर दिया और कहा,
अंजली, “पेट दर्द ठीक हो गया, राजीव। चलो, अब घर वापस चलते हैं।”
राजीव, “लेकिन अभी तो तुम दर्द से तड़प रही थी।”
अंजली, “हाँ, मगर अब मैं ठीक हूँ। अब चलो घर वापस।”
ड्राइवर ने गाड़ी घुमाई और घर के सामने पहुंचते ही अंजली ने देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ है।
अंजली राजीव के साथ घर के अंदर घुस गई और उसके बाद जो हुआ वह राजीव ने कभी सोचा भी नहीं था।
उन्होंने देखा कि रूपा घर का सारा सामान इकट्ठा करके एक पोटली में बांध रही थी। दोनों को देखकर रूपा चौंक गई।
रूपा, “अरे! आप दोनों..? आप दोनों तो अस्पताल जाने वाले थे।”
अंजली, “मैंने पेट दर्द का नाटक किया था। मुझे पता था कि तुम एक चोर हो, इसीलिए मुझे यह नाटक करना पड़ा।”
राजीव, ” छी रूपा छी… मुझे तुमसे यह उम्मीद नहीं थी।”
अंजली, “राजीव, पुलिस बुलाओ।”
रूपा अंजलि के पैर पकड़ कर रोने लगी।
रूपा, “मुझे माफ कर दो मालकिन, मुझसे गलती हो गई।”
मगर अंजली ने एक भी बात नहीं सुनी। कुछ देर बाद पुलिस आ गई और रूपा को अरेस्ट करके ले गई।
अंजली, “देखो राजीव, बीवी के अलावा और कोई सगा नहीं होता।”
राजीव ने अंजली से माफी मांग ली।
राजीव, “मुझे माफ कर दो अंजली। आज मुझे समझ में आ गया है कि इस दुनिया में अगर कोई मुझसे सबसे ज्यादा प्यार करता है तो वह तुम हो। आज से मैं किसी भी औरत को आंख उठा कर भी नहीं देखूंगा।”
राजीव सुधर गया और इसके बाद से उसने और किसी औरत से बात भी नहीं की। कुछ महीनों बाद दोनों को एक बेटा हुआ और सभी खुशी-खुशी रहने लगे।
दोस्तों यह Moral Story आपको कैसी लगी नीचे Comment में हमें जरूर बताइएगा। कहानी को पूरा पढ़ने के लिए शुक्रिया!