चांडाल | Chaandal | Horror Story | Bhutiya Kahani | Darawni Kahani | Haunted Stories in Hindi

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हेलो दोस्तो ! कहानी की इस नई Series में आप सभी का स्वागत है। आज की इस कहानी का नाम है – चांडाल। यह एक Scary Story है। तो अगर आपको भी Darawani Kahaniya, Bhutiya Kahani या Horror Story पढ़ने का शौक है तो इस कहानी को पूरा जरूर पढ़ें।


भीमा (सब इन्स्पेक्टर)“अरे साहब ! चिंता क्यों करते हो? बगल में ही शमशान है। नहीं मिला कोई तो सरकारी मुर्दा घर से ले आएँगे। आप बस हुकुम करिए?”

एक शख्स कार के अंदर बैठा हुआ दो पुलिस वालों से बात कर रहा है। कार पर एक नीली बत्ती थी।

कार में बैठा शक्श, “बेमतलब का रिस्क नहीं चाहिए मुझे। वैसे भी इलेक्शन सर पर है। ज़रा सी भी बात लीक हुई तो पार्टी मुझे निकाल फेंकेगी। बस जितना बोला है उतना करो, समझे?”

कार के अंदर बैठे उस शख्स ने दोनों पुलिस वालों से कहा और कार का शीशा चढ़ाकर चला गया। उस शख्स की बात सुनकर वो दोनों पुलिस वाले भी शमशान की ओर चल दिए।

सब इंस्पेक्टर भीमा, “इंस्पेक्टर साहब, आपको क्या लगता है… इनका काम करने से हमें प्रमोशन मिलेगा या फिर ये किसी विदेशी खाते में हमारे नाम पर लाखों रुपए जमा करा देंगे? कुछ तो बोलिए।”

इंस्पेक्टर, “भरोसा रख भीमा और भूल मत कि तू हवलदार से सब इंस्पेक्टर इन्हीं की सिफारिश से हुआ है, वरना वो भी दिन थे। 
तू बस फालतू लोगों से 100-200 लेकर दिन गुजारता था और अब फाइव स्टार में नई नई लड़कियों के साथ रात रंगीन करता है। 

सुना है आजकल तेरे बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूल में जाने लगे हैं और वो तेरे ड्यूलक्स फ्लैट वाली बात सच है क्या?”

इंस्पेक्टर तेज कदमों से शमशान की ओर जा रहा था। सब इंस्पेक्टर भीमा ने जब अपने कच्चे चिट्ठे खुलते देखे तो आसमान ताकने लगा था।

सब इंस्पेक्टर भीमा, “पर सर, इतना सब आपको कैसे पता चला? ये बातें तो मैंने किसी को भी नहीं बताई हैं।”

इंस्पेक्टर, “भीमा, हर चोर अपनी पहली चोरी अपने घर में करता है। और तू तो अपना ख़ास है। फिर तू कैसे बच सकता है?”

सब इन्स्पेक्टर, “पर सर चर्चे तो मैंने आपके बारे में भी खूब सुने हैं। सुना है आप भी जल्दी किसी फार्महाउस के मालिक..?”

इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर आपस में बातें कर ही रहे थे कि उन्होंने देखा कि एक आदमी जल रही चिता के ऊपर हवा में लहराता हुआ कुछ मंत्र पढ़ रहा था।

सब इंस्पेक्टर भीमा, “सर, ये कैसा हैवान है? एक जल रही चिता को क्यों बुझाने पर तुला हुआ है?”

इंस्पेक्टर तुरंत ही उसे चुप कराता हुआ एक पेड़ के पीछे ले गया और आहिस्ते से बोला।

इंस्पेक्टर, “भीमा, जल्दी इस जानवर का वीडियो बना। इसको मीडिया में एक्सपोज़ करके अपनी वर्दी पर लगे सारे दाग धो डालेंगे।”

भीमा ने इंस्पेक्टर की बात मानी और तुरंत ही मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगा। पर जैसे ही उसने कैमरा ऑन किया, उसके हाथ कांपने लगे।

भीमा को ऐसे कांपता देख इंस्पेक्टर ने जब मोबाइल स्क्रीन पर देखा तो उसके भी होश उड़ गए। दरअसल कैमरे में जल रही चिता के ऊपर भी एक अधजला शरीर ही झूल रहा था।

भीमा, “सर, ये क्या बला है? हमारी आँखों के सामने जो शख्स चिता के ऊपर हवा में लहर आ रहा है, वही शख्स कैमरे में खुद ही आधा जला हुआ है। 

मुझे तो ये देख के डर लग रहा है। सर, प्लीज़ यहाँ से चलिए कहीं हमें लेने के देने ना पड़ जाए?”

(इंस्पेक्टर कुछ देर सोच में पड़ गया, फिर अपनी रिवॉल्वर निकालकर बोला।)

चांडाल | Chaandal | Horror Story | Bhutiya Kahani | Darawni Kahani | Haunted Stories in Hindi

इंस्पेक्टर, “मैं अब पिछे नहीं हटने वाला, जो होगा देख लेंगे। लेकिन यहाँ से एक लाश को तो लेकर ही जाएंगे। 

अगर नहीं लेकर गए तो तेरा ड्यूप्लेक्स फ्लैट और मेरा फार्महाउस सब कुछ एक सपना ही बनके रह जाएगा।”

भीमा ने वापस मोबाइल जेब में रखा और अपनी रिवॉल्वर निकालकर इंस्पेक्टर के साथ खड़ा हो गया। उसे बस इंतज़ार था तो इंस्पेक्टर के ऑर्डर का।

इंस्पेक्टर, “भीमा, तुम आगे जाओ। मैं कवर दूंगा और वो अधजला इंसान या शैतान जो भी है, उससे कहो कि वो अपने आपको पुलिस के हवाले कर दे।”

भीमा, “सर, मैं ही क्यों..? आप क्यों नहीं? कवर वो तो मैं भी दे सकता हूँ ना?”

भीमा के लफ्ज़ उसके डर का बयान कर रहे थे। पर इंस्पेक्टर ने भी अपने औधे का फायदा उठाते हुए कहा।

इंस्पेक्टर, “दैट्स माय ऑर्डर, सब इंस्पेक्टर भीमा सिंह।”

अपने सीनियर के ऑर्डर के सामने भीमा की एक नहीं चली, वो तुरंत ही अपनी रिवॉल्वर ताने लाश के ऊपर उड़ रहे शख्स के पास पहुंचा।

भीमा, “हैंड्स अप कौन हो तुम और इस लाश की ये क्या दरिंदगी कर रहे हो? मैं कहता हूँ अपना जादू वादु बंद करो और तुरंत ही खुद को पुलिस के हवाले कर दो, वरना मैं…”

इससे पहले कि सब इंस्पेक्टर भीमा अपनी बात पूरी कर पाता, जल रही चिता के ऊपर उड़ रहा शख्स ज़ोर ज़ोर से हंसने लगा और तुरंत ही उसी रूप में आ गया जैसा कि फोन के कैमरे में देखा था। 

उसकी हँसी इतनी डरावनी और इतनी तेज थी कि सुनकर भीमा के कान और नाक से खून निकलने लगा।

भीमा को कमजोरी महसूस होने लगी थी और उसके कदम लड़खड़ाने लगे थे, लेकिन किसी तरह भीमा ने खुद को काबू किया और उड़ रहे शख्स पर निशाना लगाते हुए गोली चला दी।

भीमा की बंदूक से निकली गोली शख्स के जिस्म में छेद तो करती पर अगले ही पल उस छेद में आग लगती और वो जख्म अपने आप ही भर जाता। 

पहले एक ही गोली चली, फिर दूसरी, फिर तीसरी, ऐसे करते-करते भीमा ने छह की छह गोलियां शख्स पर खाली कर दी। पर उस शख्स का बाल भी बांका नहीं हुआ।

भीमा अब डर के मारे कांपने लगा था और उसके कदम अब खुद बेताब पीछे हटने लगे थे।

शख्स, “दुष्ट, तूने एक चांडाल की तपस्या को बंद करने की कोशिश की है एक चांडाल की। तुझे अब मुझसे कोई नहीं बचा सकता। तेरा भी मैं वही हाल करूँगा जो मैंने इस लाश का किया है।”

अपनी बात पूरी करते ही चांडाल ने जल रही चिता में हाथ डाला और उस आधी जली लाश को अपने साथ हवा में ऊपर ले आया। 

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वो लाश एक लड़की की थी और देखते ही देखते वो भी उस चांडाल की तरह जीवित होकर हवा में लहराने लगी। उसका शरीर भी आधा जलता हुआ दिख रहा था।

भीमा ने जब अपने सामने दो-दो चांडाल देखे तो बदहवास होकर गिर पड़ा। उसने मदद के लिए अपने साथ आए इंस्पेक्टर को बुलाना तो चाहा मगर डर के मारे उसके गले से लफ्ज़ फूट ही नहीं रहे थे।

वह वापस इंस्पेक्टर के पास जाना चाहता था। भीमा को ये समझ में आ गया था कि ज्यादा लालच के चक्कर में आज उसका सामना चांडाल के रूप में मौत से हुआ था।

भीमा रेंगता हुआ अभी कुछ कदम दूर ही गया था कि उसने देखा वो चांडाल लड़की रेंगते हुए उसी की तरफ चली आ रही है।

भीमा अपनी जान बचाने के लिए वापस मुड़ा तो देखा पीछे भी एक चांडाल उसे ही घूर रहा है। दोनों चांडाल को अपने इर्द-गिर्द देख भीमा अपनी मौत को स्वीकार कर चुका था। पर अचानक इंस्पेक्टर भीमा को इन सबके बीच में कूद गया।

इंस्पेक्टर, “मैं कहता हूँ, छोड़ दो भीमा को। हमें तुम दोनों से कोई मतलब नहीं है। 

तुम जो कर रहे हो करते रहो, बस सलामत जिंदा जाने दो। हम वादा करते हैं कि हादसे का जिक्र किसी के साथ नहीं करेंगे।”

इंस्पेक्टर दोनों चांडालों से कहता हुआ घुटनों पर आ बैठा। शायद इंस्पेक्टर ने चांडाल की शक्तियों का नमूना पहले ही देख लिया था।

चांडाल लड़की, “अच्छा, पर तुम दोनों यहाँ किसी लाश को लेने ही तो आए थे और अगर कोई बेकसूर तुम्हें मिल जाता तो तुम  उसे लाश बना देते। 

तुम दोनों पापी हो और हमारे बड़े काम के भी। तुम दोनों की आत्मा, सोच और कर्म सब गंदे हैं। तुमने अपने भले के लिए न जाने कितनों का दिल दुखाया है?”

चांडाल लड़की की बात सुनकर दूसरे चांडाल ने कहा।

दूसरा चांडाल, “चांडाल तो बनता ही इसलिए है कि यहाँ से पापियों से मुक्त कर सके। हम तो इंसान को देखते ही उसके पाप और पुण्य का फैसला कर देते हैं। और तुम दोनों की जिंदगी का फैसला तो हमने तुम्हें देखते ही कर दिया था।”

इंस्पेक्टर, “क्या मतलब, किस फैसले की बात कर रहे हो, तुम दोनों चांडाल?”

इंस्पेक्टर ये कहते हुए दोनों चांडाल पर गोली चला देता है, पर पहले की तरह उनके जख्म एक पल में आग लगकर भर जाते हैं। 
इंस्पेक्टर समझ गया था कि वो भीमा की जान बचाने नहीं बल्कि अपनी जान कुर्बान करने आया था। 

यह सोचकर उसने भीमा को एक नजर देखा और उसके सिर पर निशाना लगाते हुए एक गोली चलाने जा ही रहा था कि एक चांडाल ने तुरंत ही इंस्पेक्टर को हवा में उठा लिया। जिससे गोली सब इंस्पेक्टर भीमा के पास ही मिट्टी में जा लगी। 

इंस्पेक्टर तो बस भीमा को एक आसान मौत देना चाहता था पर चांडालों ने यह भी मुमकिन नहीं होने दिया। चांडाल ने इंस्पेक्टर को उठाकर सीधा पहले जल रही चिता पर पटक दिया। एकदम से खुद को बचाने की कोशिश में इंस्पेक्टर जोर जोर से चीखने लगा। 

इंस्पेक्टर इतनी बुरी तरह से छटपटा रहा था कि चिता की लकड़ी तितर-बितर हो रही थी, पर इससे पहले कि इंस्पेक्टर की चीखें शांत हो पातीं, चांडाल ने सब इंस्पेक्टर भीमा को भी जल रही चिता में इंस्पेक्टर के ऊपर पटक दिया। 

अब चीखें दोगुनी हो गई थीं। इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर भीमा आग में झुलसने से दर्द के मारे छटपटा रहे थे। 

पर चिता की अग्नि एक पल भी शांत नहीं हुई बल्कि और दहकने लगी। कुछ पल बाद ही दोनों लोग मर चुके थे। चांडालों ने भी लाशों के आधे तक जलने का इंतजार किया। 

फिर दोनों लाशों को गर्दन से पकड़कर चिता से बाहर ले आए और पलभर में ही हवा में चार चार चांडाल मंडराने लगे। चांडाल चिता की अग्नि से पैदा होते हैं, अग्नि जिसे शास्त्रों में मुक्ति का द्वार भी कहा गया है। 

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उसके द्वार का एक सिपाही है जिसे आज की दुनिया में चान डाल कहते हैं। जो हमारे कर्मों का फैसला करता है, जो हमें नरक और स्वर्ग की राह दिखाता है, जो अच्छा भी है और बहुत बुरा भी। तो बस इतनी सी थी ये कहानी। 


ये Horror Story आपको कैसी लगी, नीचे Comment में हमें जरूर बताइएगा। कहानी को पूरा पढ़ने के लिए शुक्रिया!


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